सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन ने एक 7 साल की बेटी को फैनकोनी एनीमिया बिमारी से बचाया ।
सत्य ख़बर, नई दिल्ली:
सतीश भारद्वाज : सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन के सदस्यों ने एक साथी वकील की आर्थिक मदद करते हुए एक दिल को छू लेने वाली भूमिका अदा करते हुए उसकी सात साल की बच्ची की जान बचाई है। इस सराहनीय कदम की हर तरफ जमकर चर्चा हो रही है। जो मिडिया की भी सुर्खियां बन रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सुप्रीम कोर्ट की बार एसोसिएशन को सुप्रीम कोर्ट के एक वकील की बेटी को फैनकोनी एनीमिया नामक बिमारी का पता चल था। जिसके कारण उसे बोन मैरो ट्रांसप्लांट करवाना था। दिल्ली के एक निजी अस्पताल में उसके इलाज का अनुमानित खर्च ₹33 लाख रूपए बताया गया था। उसके पिता उसके इलाज के खर्च के लिए केवल ₹13 लाख ही जुटा पाए थे। जिसपर दुखी वकील ने अपनी बेटी की बिमारी से
अवगत कराया। जिसपर बार सचिव रोहित पांडे और संयुक्त सचिव मीनेश दुबे ने सहायता का आश्वासन देकर साथी वकील की आर्थिक मदद करने के लिए जुट गए। वहीं चंद्र उदय सिंह, राज शेखर राव, पारस कुहाड़, गुरु कृष्ण कुमार, सोनिया माथुर और नरेंद्र हुड्डा सहित कई वरिष्ठ वकील आगे आए, जिन्होंने सामूहिक रूप से इसके लिए करीब ₹ 5 लाख का योगदान दिया। फिर भी उनके पास ₹ 15 लाख की कमी रह गई। जिसके लिए वकील मीनेश दुबे ने मदद की गुहार वरिष्ठ वकील हरीश साल्वे से संपर्क किया। तत्काल आवश्यकता के बारे में जानने के बाद, श्री साल्वे ने तुरंत इलाज के लिए ₹ 15 लाख देने का आश्वासन दिया। और उन्होंने अगले ही दिन धनराशि हस्तांतरित कर दी, जिससे यह सुनिश्चित हो गया कि लड़की का इलाज बिना किसी देरी के शुरू हो सके। दयालु प्रतिक्रिया पर विचार करते हुए, मीनेश दुबे ने पहली पीढ़ी के वकील के रूप में पिता के संघर्ष पर जोर दिया, जो इलाज का पूरा खर्च वहन करने में असमर्थ थे। स्थिति की गंभीरता को समझते हुए, बार एसोसिएशन ने इस मामले पर एकजुटता दिखाई तथा आवश्यक धनराशि जुटाने का इंतजाम किया। श्री दुबे ने अपने सदस्यों को वित्तीय सहायता देने के लिए बार के सभी सदस्यों का दिल से आभार जाता है। वहीं पीड़ित परिवार भी संगठन का सहयोग करने से काफी खुश हैं।